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सान्ता क्लॉज – एक मसीही क्रान्तिकारी
Hindi-Santa-Claus – A Christian Zealot - Translated from the article by P Tom Sliva in ggwo.org सान्ता क्लॉज सदियों की कल्पना के दौरान जन्मा एक दन्तकथा है, परन्तु उसकी शुरुआत चौथी सदी के संत में हुई थी जो अपने जोश और उदारता की वजह से एक मसीही क्रान्तिकारी करार किए गए| माइरा के बिशप, सेंट निकोलस का जन्म आज के दक्षिणी टर्की के छेत्र में दियोक्लीशियन के अत्याचारों के दौरान हुआ था| निकोलस को कैद में डाला गया, नियमित मारा पीटा गया, पर जब राजा कोंस्टेंटाइन ने मसीहियत को कानूनी ठहराया तब उन्हें आजाद किया गया| गलत शिक्षा का सामना इतिहास हमें बताता है कि वह नाइसिया की महासभा में औरों के साथ त्रिएकता और यीशु मसीह की ईश्वरीयता के विषय में एरियस की झूठी शिक्षाओं के विरोध में खड़ा हुआ, और यह विख्यात है कि उसने उसे इस बात के लिए मुँह पर थप्पड़ मारा| उदारता धनी परिवार में जन्मा निकोलस गुमनाम तरीके से तोहफे देता था| वह अपने इन कामों को परमेश्वर के वचन के द्वारा समझाता था| इतिहासविद एक घटना बताते हैं जब उसने एक गरीब परिवार को पूरी तरह से बर्बाद होने से बचाया| एक पिता की तीन बेटियाँ थी जो गुलामी या वेश्यावृत्ति के जीवन की ओर जाने वाली थीं क्योंकि उनके पास कानूनी शादी में दहेज़ देने के लिए पैसा नहीं था| उस जमाने के रिवाज के अनुसार होने वाली दुल्हन को अपने पति को शादी के तोहफे के रूप में काफी सारा दहेज़ देना होता था| एक बेटी की मंगनी हो चुकी थी और निकोलस ने उस गरीब परिवार की खिड़की से सोने का थैला उनके घर में डालकर दहेज़ का इंतजाम  कर दिया| तीनों बेटियों के लिए तीन बार उसने यही किया - पैसा आग की चिमनी के पास एक मोजे के अन्दर मिल जाता था| एक नई पहचान दाढ़ीवाला निकोलस हमेशा अपने एहसाननवाजों को तोहफों का स्रोत बताने से मना करता था और महिमा परमेश्वर को देता था| मसीह का एक सच्चा भक्त, उसकी जिन्दगी और कहानी बाद में सदियों तक चलती रही| प्रोटेस्टेंट धर्मसुधार के पर्यान्त निकोलस का संत होने का स्थान कम हो गया और उसकी छवि में भी धक्का पहुँचा| आगे चलकर कई दंतकथाएँ मिलकर पुराने सेंट निकोलस को नई पहचान दे दीं| उसके इस नए रूप के लिए कल्पनाएँ, लोकगीत, कहानियाँ और 'दी नाईट बिफोर क्रिसमस' जैसी कविताएँ जिम्मेदार रहीं| आखिरकार सन १९३१ में कोकाकोला ने आधुनिक सान्ता क्लॉज को लाल रोंएदार सूट में चित्रित कर दिया| क्रिसमस के असली मतलब का सबसे बड़ा प्रतिद्वन्दी अफ़सोस की बात है कि यीशुमसीह केक समय का महान सेवक और चेला क्रिसमस के असली मतलब का सबसे बड़ा प्रतिद्वन्दी बन गया है| वह इन्सानी सच्चाई, विचार और उदारता की तस्वीर तो बन गया है, पर बुराई से कड़क नफ़रत का नहीं| वह नैतिक रूप से अच्छा तो दिखाया जाता है, पर क्षमाशील और सहनीय- एक ब्रम्हाण्डवादी जो किसी निश्चित पंथ की ओर निष्ठा की कभी माँग नहीं करता| वह लहू बहाने वाले मसीहा का यह कहकर विरोध करता है कि बिना उद्धारकर्ता के भी कोई व्यक्ति धर्मी बन सकता है| वह मानवजाति की "अच्छाई" को काफी मानता है| बालक मसीह के दुश्मन बालक मसीह के दुश्मन हेरोदेस ने उसका क़त्ल करने की कोशिश की; एक बच्चे के लिए बड़े क्रूर कदम, आप क्या सोचते हैं? चाहे वह अभी बच्चा ही था, पर यहूदियों के असली राजा को राज में नहीं आने देना था और उसे पहले ही रोका जाना था| हेरोदेस और उसके सेवक काम पूरा करने निकले और हजारों बच्चे मारे गए| यह क्रिसमस का वह पहलू है जो अक्सर नजरअन्दाज़ हो जाता है| कई सान्ता उपाधियाँ हन्गरी और पोलैण्ड में वह सेंट निकोलस कहलाता है, स्वीडन में क्रिसमस ब्राउनी|रूस उसे ग्रैन्डफादर फ्रॉस्ट कहता है, नौर्वे में वह क्रिसमस नोम है| उसके अलावा वह कनकलोआ, क्रेस्तमैन, पेरे नोएल, वीनासमैन, और फादर क्रिसमस भी नाम हैं| कदाचित, और भी कई नाम और उपाधियाँ हैं| यीशु दृष्टान्त और अतिश्योक्ति का प्रयोग करता था हम क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं? यीशु कठोर हुए सुनने वालों की ओर नीचे उतरती दयालुता में दृष्टान्तों से सिखाता था| वह जानता था कि कुछ लोग सिर्फ कहानियाँ समझ पाते हैं| परन्तु उसके मुहावरे मतलबों से भरे होते थे - वह इस आशा में कि किसी दुखद छण में एक भटके ह्रदय में उस कहानी की रोशनी चमक उठेगी| इसलिए उदहारण और शायद ऐतिहासिकता में कमजोर अतिश्योक्ति भी कीमती हो सकती है - जैसे कि सान्ता की कहानी| यदि कोशिश की जा सकती यदि कोशिश की जाए, तो फादर क्रिसमस का भी सच्चा महत्त्व खोजा जा सकता है| यदि खोजें, तो वह भी हमें उसके पास ले जाएगा जिसके पास उसका स्वयं का जीवन समर्पित था - यीशु मसीह| जाहिर रूप से, मसीहा द्वारा गहराई में छुए जाने के द्वारा निकोलस विश्वासी था, और विश्वास का हीरो भी| असली हीरो नाजी जर्मनी में डीट्रिक बॉनहॉफर सन्देश के पीछे के सन्देश को खोजने के लिए प्रेरित हुआ| उसे अपना जीवन खोना पड़ा, पर उसकी और औरों की बहादुरी की वजह से दुनिया के पास एक सन्देश भेजा गया - जर्मनी बिना मुकाबला करने की कोशिश किए दुष्ट अगुओं के कुकर्मों को खड़ा होकर देखता नहीं रहेगा| हम उनकी सच्ची कहानियों और सेंट निकोलस की सच्ची कहानी के लिए कृतज्ञ हैं| हम कृतज्ञ हैं कि वे इतना ख्याल करते थे कि उन्होंने कोशिश तो की| इन्होंने हमें मसीह दिखाया और वे असली हीरो थे| क्रिसमस की बधाईयाँ! इस सन्देश को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें|  

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